महिला हॉकी का इतिहास गौरवपूर्ण
जबलपुर/ भारत में महिला हॉकी का इतिहास गौरवपूर्ण है। महिला हॉकी भारतीय खेल की एक महत्वपूर्ण और प्रमुख हिस्सा है। यहां कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का उल्लेख है जिनसे भारतीय महिला हॉकी का इतिहास जुड़ा है-
1927: भारतीय महिला हॉकी फेडरेशन (Indian Women's Hockey Federation) की स्थापना हुई।
1928: महिला हॉकी के लिए पहली बार भारतीय टीम ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने का मौका पाया। भारतीय महिला टीम ने अम्स्टरडम में आयोजित पहले महिला विश्व कप में हिस्सा लिया और यहां सोने की पदक जीती।
1930: महिला हॉकी में भारतीय महिलाएं अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेलीं, जिसमें उन्होंने सिक्किम को हराया।
1974: भारतीय महिला हॉकी टीम ने अपनी पहली एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता।
1982: भारतीय महिला हॉकी टीम ने ग्लासगो के कॉमनवेल्थ खेलों में सोने का पदक जीता। यह घटना उनके खेलने के तरीके में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाई और उन्हें आगे के वर्षों में बहुत सारे सफलतापूर्वक प्रदर्शन करने का मौका मिला।
2002: भारतीय महिला हॉकी टीम ने मेलबर्न, ऑस्ट्रेलिया में आयोजित हॉकी विश्व कप में सोने का पदक जीता। यह विश्व कप उनकी पहली महत्वपूर्ण विश्वविजयी उपलब्धि थी।
2018: भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता। इससे भारतीय महिला हॉकी का प्रदर्शन और स्थान मजबूत हुआ और इस खेल में भारत ने दूसरी बार स्वर्ण पदक जीता।
2021: भारतीय महिला हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक्स में अपने पहले ओलंपिक पदक के लिए नगरीय राष्ट्रों में शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रोंज पदक जीता।